भोपाल: साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने शहीद हेमंत करकरे को लेकर सुबह दिए गए विवादित बयान को वापस ले लिया है। इस मामले में देशभर से आ रही कड़ी प्रतिक्रियाओं के बाद यू टर्न लेते हुए कहा, “जो मैंने कहा था कि वह मेरी व्यक्तिगत पीड़ा थी, जो मैंने सुनाई थी। अगर मेरे शब्दों से दुश्मनों को ताकत मिलती है तो मैं अपना बयान वापस लेती हूं। जो सैनिक मुंबई हमले मारा गया, मैं उसका सम्मान करती हूं।”
On her statement on Mumbai ATS Chief late Hemant Karkare: I felt that the enemies of the country were being benefited from it, therefore I take back my statement and apologize for it, it was my personal pain. pic.twitter.com/VveqMUlq94
— Chowkidar Sadhvi Pragya Singh Thakur (@Sadhvi_PragyaS) April 19, 2019
असल में भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने पूर्व एटीएस चीफ हेमंत करकरे को लेकर विवादित बयान दे दिया था। इसके बाद बवाल मचा तो भाजपा ने भी उनके बयान से कन्नी काट ली और इसे साध्वी का निजी बयान बता दिया। वहीं, प्रज्ञा ठाकुर के इस बयान का मप्र चुनाव आयोग ने भी संज्ञान लिया और जिला निर्वाचन अधिकारी से रिपोर्ट मांगी। इसके बाद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को बैकफुट पर आना पड़ा।
कमलनाथ ने की कड़ी निंदा
जिन लोगों ने आतंकवाद से लड़ते हुए अपने देश की रक्षा के लिये शहादत दी है, सीने पर गोलियां खायी है। उनकी शहादत का अपमान करने का हक़ देश में किसी को नहीं है। एक तरफ़ आतंकवाद व शहीदों के नाम का अपने राजनैतिक फ़ायदे के लिये उपयोग और दूसरी और ऐसे बयान ? यह दोहरा चरित्र नहीं चलेगा।
जिन लोगों ने आतंकवाद से लड़ते हुए अपने देश की रक्षा के लिये शहादत दी है , सीने पर गोलियाँ खायी है।
उनकी शहादत का अपमान करने का हक़ देश में किसी को नहीं है।
एक तरफ़ आतंकवाद व शहीदों के नाम का अपने राजनैतिक फ़ायदे के लिये उपयोग और दूसरी और ऐसे बयान ?
यह दोहरा चरित्र नहीं चलेगा।— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) April 19, 2019
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने कहा कि 26/11 मुंबई हमले में शहीद के खिलाफ बायन देने को लेकर भोपाल लोकसभा सीट की प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ शिकायत मिली है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।
इधर, आईपीएस एसोसिएशन ने भी शहीद हुए एटीएस के पूर्व चीफ हेमंत करकरे पर साध्वी प्रज्ञा की टिप्पणी की कड़ी निंदा की है। एसोसिएशन ने ट्वीट किया, “अशोक चक्र से सम्मानित शहीद आईपीएस हेमंत करकरे ने आतंकवादियों से लड़ते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। हम सभी ने एक उम्मीदवार द्वारा दिए गए अपमानजनक बयान की निंदा की है। ऐसा बयान शहीद हेमंत करकरे का अपमान है। हमने मांग की कि सभी शहीदों के बलिदान का सम्मान किया जाए।”
बता दें कि शुक्रवार को सुबह मीडिया से बातचीत में भाजपा की भोपाल से प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ने कहा था कि 26/11 के मुंबई हमले में शहीद हुए एटीएस चीफ हेमंत करकरे को उन्हें संन्यासियों का श्राप लगा था। उन्हें उनके कर्मों की सजा मिली है। साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि जिस दिन मैं जेल गई थी उसके 45 दिन के अंदर ही आतंकियों ने उसका अंत कर दिया।
भाजपा ने साध्वी के बयान से पल्ला झाड़ा
भाजपा ने साध्वी के बयान से पल्ला झाड़ लिया है। केन्द्रीय मुख्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि भाजपा का स्पष्ट मानना है कि स्वर्गीय श्री हेमंत करकरे आतंकवादियों से बहादुरी से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे। भाजपा ने हमेशा उन्हें शहीद माना है। साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान के बारे में भाजपा ने स्पष्ट किया कि उनके विचार पार्टी के विचार नहीं है। वह साध्वी प्रज्ञा का निजी बयान है जो वर्षों तक उन्हें हुई शारीरिक एवं मानसिक पीड़ा के कारण दिया गया होगा।