अररिया : पीएम मोदी ने बिहार के अररिया में रैली के दौरान कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों को चेतावनी दी कि वे चुनाव अभियान के दौरान एयर स्ट्राइक पर सवाल पूछकर दिखाएं। पीएम ने दिल्ली के बाटला हाउस कांड का जिक्र कर भी कांग्रेस पर निशाना साधा। पीएम ने पूछा कि बाटला हाउस पर सवाल उठाना, उसमें शहीद हुए जवान का अपमान नहीं था? पीएम ने 26/11 के हमले का जिक्र कर कहा कि मुंबई में हमले के बाद कांग्रेस के लोग पाकिस्तान पर कार्रवाई करने की जगह हिंदुओं को आतंकवाद से जोड़ रहे थे।
PM:Lekin Congress sarkar ne sena ko kuch bhi karne se mana kar diya.Kyunki use votebhakti ki rajneeti karni thi.Sabko pata tha aatanki Pakistani the lekin Congress,uske sathiyon ne Pak ko saza dene ke bajaye,Hinduon ke saath aatanki shabd chipkane ke liya sazishon pe dhyan lagaya https://t.co/7Ft23sFuWX
— ANI (@ANI) April 20, 2019
पीएम ने कहा कि इसी तरह की वोट भक्ति की राजनीति की गई थी, जब दिल्ली के बाटला हाउस में हमारे वीरों ने आतंक के एक मॉड्यूल को खत्म किया था, लेकिन आतंकियों पर कार्रवाई से खुश होने के बजाए, कांग्रेस के बड़े-बड़े नेताओं की आंख में आंसू आ गए थे। क्या यह उस शहीद का अपमान नहीं था, जिसने बाटला हाउस में आतंकियों को घर में घुसकर मारा था।
भोपाल से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा के एक बयान के बाद कांग्रेस ने बीजेपी पर शहीदों के अपमान का आरोप लगाया था। अररिया रैली में पीएम द्वारा बाटला हाउस का जिक्र करना उसी आरोप का जवाब माना जा रहा है।
मोदी ने कहा कि चुनाव से पहले जो लोग सबूत मांग रहे थे, दो चरण के मतदान के बाद उनका चेहरा ढीला पड़ गया है। वे लोग अब सबूत नहीं मांग रहे हैं, कितने आतंकी मरे ये भी पूछना बंद कर दिया। हिंदुस्तान के मतदाताओं ने पहले और दूसरे चरणों ने उनके मुंह पर ताला लगा दिया। पहले दो चरणों में ही उनकी जमीन खिसक चुकी है। उन्हें चिंता है कि जितने लोग पहले संसद में थे, उतने भी पहुंच पाएंगे या नहीं।
पीएम ने कहा, ‘मैं चुनौती देता हूं कि अब चुनाव प्रचार में एयर स्ट्राइक पर सवाल पूछकर दिखाइए। दिल्ली के बाटला हाउस में जब वीरों ने आतंकियों पर हमला किया था तो कांग्रेस की आंखों में आंसू आ गए थे।’
पीएम मोदी ने कहा, ‘किसी जाति-धर्म से पहले हम भारतीय हैं। मां भारती की सेवा पूरी ईमानदारी से की है। जब सत्ता भोग और परिवार का विकास लक्ष्य होता है तो बंटवारा ही होता है। बिहार में तो यह साफ नजर आ रहा है। 26/11 के हमले के समय हमारे जवानों ने पाकिस्तान पर हमले की इजाजत मांगी थी, लेकिन कांग्रेस ने सेना को कुछ भी करने से मना कर दिया था। क्योंकि उन्हें वोट भक्ति की राजनीति करनी थी। कांग्रेस के नेताओं ने पाकिस्तान पर कार्रवाई करने की जगह हिंदुओं के साथ आतंकवाद को जोड़ दिया।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आपकी आवाज उनके कानों तक पहुंचनी जरूरी है। भारत तेरे टुकड़े होंगे, बोलने वालों के सीने पर आपका एक-एक शब्द पहुंचना चाहिए। भारत के प्रति उनके भाव को गहरी चोट लगनी चाहिए।’ पीएम ने इसके बाद वहां मौजूद लोगों से भारत माता की जय का उद्घोष कराया।
प्रधानमंत्री मोदी ने हिंदी के नामचीन साहित्यकार रेणु को याद किया। उन्होंने कहाकि फणीश्वरनाथ रेणु जी की जन्मस्थली है, उनके पुत्र ने मुझे उनका मशहूर उपन्यास मैला आंचल भेंट किया है। इस उपन्यास में फणीश्वर जी ने लिखा है, ‘मैं साधन करूंगा, ग्राम वासिनी, भारत मां के मैले आंचल तले।’ इसके पीछे का भाव हमारी प्रेरणा है। आज के दौर में कुछ लोगों को भारत मां की जय के नारे पर भर नाराजगी है। जो लोग भारत तेरे टुकड़े होंगे, नारा लगाने वालों के साथ खड़े होते हैं, वे भारत के विकास के लिए साधना भी नहीं कर सकते।