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एसडीएम बनकर नायब तहसीलदार बनाने का झांसा देने वाला पकड़ाया

भोपाल . एसडीएम बनकर लोगों को नायब तहसीलदार, ड्राइवर और चतुर्थ श्रेणी के पद पर नौकरी का झांसा देने वाले युवक को एमपी नगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसने छह से ज्यादा लोगों से 14 लाख रुपए ऐंठ लिए। पुलिस ने एक कैब चालक की शिकायत पर उसके खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था।

ऐशबाग निवासी 40 वर्षीय इसरार खान कैब चालक हैं। टीआई मनीष राय के मुताबिक करीब दो महीने पहले साकेत नगर में रहने वाले मुकेश राजपूत ने इसरार की टैक्सी बुक की थी। भोपाल जिला अदालत से रंगमहल चौराहा तक छोड़ने के दौरान मुकेश ने अपना परिचय डिप्टी कलेक्टर के तौर पर दिया। कहा कि कलेक्टोरेट में ड्राइवर का पद खाली है, किसी को नौकरी चाहिए हो तो बताना। झांसे में आए इसरार ने अपने भाई अफरोज की नौकरी लगवाने के लिए उसे सवा लाख रुपए दे दिए।

अन्य विभागों में नौकरी लगवाने के नाम पर इसरार ने अपने परिचित राहुल यादव को भी मनोहर डेयरी के पास मुकेश से मिलवाया। मुकेश से उसने डेढ़ लाख लिए। ऐसे ही इसरार अपने छह परिचितों को उससे मिलवाता रहा और सभी से वह रकम हड़पता रहा। सभी को रकम लेने के बाद वह चैक देकर कहता था कि काम न हो तो बैंक से अपनी रकम निकाल लेना।

नायब तहसीलदार की नौकरी भी लगवाने लगा

जालसाज मुकेश ने इसरार से जबलपुर में नायब तहसीलदार की नौकरी लगवाने का भी झांसा दिया। तब इसरार ने अपने परिचित देवेंद्र सिंह को भी मनोहर डेयरी के पास मुकेश से मिलवाया। देवेंद्र ने अपना घर गिरवी रखकर आरोपी को दो लाख रुपए दे दिए। बाद में चार लाख रुपए और दिए। फिर संविदा शिक्षक बनाने के नाम पर भी उसने सुनील और प्रवेश कुमार से दो-दो लाख रुपए ऐंठ लिए। टीआई ने बताया कि आरोपी ने कुल 14 लाख 75 हजार रुपए अलग-अलग पदों पर नौकरी लगवाने के नाम पर ऐंठे हैं। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।

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