भिंड: विधानसभा चुनाव में प्रदेश में सबसे अधिक संवेदनशील पोलिंग बूथ भिंड जिले में है। इसलिए इस बार जिले को पिछले साल की तुलना में सात पैरामिलिट्री फोर्स की कंपनियां ज्यादा मिली हैं। इनमें तीन कंपनियां जिले में आ चुकी हैं। गुरुवार से अन्य कंपनियां भी आना शुरू हो जाएंगी।
जिले में संवेदनशील पोलिंग बूथ का आंकड़ा निर्वाचन आयोग द्वारा तय की गई गाइड लाइन 30 प्रतिशत से भी ऊपर पहुंच गया है। इस बार विधानसभा चुनाव के लिए जिले में 1480 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। इनमें से 556 पोलिंग बूथ संवेदनशील हैं। निर्वाचन आयोग की गाइड लाइन के अनुसार कुल पोलिंग बूथ के 30 प्रतिशत पोलिंग बूथ संवेदनशील बनाए जा सकते हैं, लेकिन भिंड में यह आंकड़ा बढ़कर 37 प्रतिशत पर पहुंच गया है।
वहीं इन पोलिंग बूथ पर शांतिपूर्ण ढंग से मतदान कराने के लिए जिले को 27 पैरामिलिट्री फोर्स की कंपनियां मिली हैं। पिछली बार 2013 के विधानसभा चुनाव में भिंड जिले को पैरामिलिट्री फोर्स की 20 कंपनियां मिली थीं। इस साल जिले को फोर्स की सात कंपनियां अधिक मिली हैं। तीन कंपनियां जिले में आ चुकी हैं। शेष 24 कंपनियां गुरुवार से जिले में आना शुरू हो जाएगी।
जिले की पांच विधानसभाओं में सबसे ज्यादा संवेदनशील पोलिंग बूथ लहार और मेहगांव में हैं। सबसे कम गोहद में हैं। बता दें कि विधानसभा क्षेत्र में अटेर में 121, भिंड में 96, लहार में 134, मेहगांव में 134 और गोहद में 71 संवेदनशील पोलिंग बूथ हैं।
जिले में 556 पोलिंग बूथ संवेदनशील हैं। शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए जिले को 27 पैरामिलिट्री फोर्स की कंपनियां मिली हैं। तीन कंपनियां आ गई हैं। साथ ही अन्य कंपनियां आज से जिले में आना शुरू हो जाएंगी। – डॉ. गुरकरन सिंह, एएसपी, भिंड