इंदौर: इंदौर की ट्रैफिक पुलिस ने अपने बेहतर काम और नई पहल की पूरी सूची प्रस्तुत कर केंद्रीय शहरी और विकास मंत्रालय से अवॉर्ड ऑफ एक्सीलेंस जीता है। इंदौर को ‘बेहतर सड़क सुरक्षा के लिए सबसे अच्छी पहल’ श्रेणी में 120 शहरों में से नं.1 चुना गया है।
डीआईजी हरिनारायणाचारी मिश्र ने बताया कि ट्रैफिक प्रबंधन, सड़क हादसों में कमी और सीमित संसाधनों में सुचारू ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर यह पुरस्कार मिला है। बताई गई पहल में चौराहे पर रोबोट से ट्रैफिक मैनेजमेंट और डांस करते हुए ट्रैफिक कंट्रोल करने वाले कांस्टेबल रंजीत जैसे उदाहरण भी दिए गए हैं। जवाहर मार्ग, एमजी रोड आदि में यातायात को मिशन के रूप में लेकर विशेष दस्ते बनाने की बात की गई है।
हादसों में कमी का तर्क सही हो सकता है। कई तरह की पहल भी की गई हैं, लेकिन इंदौर में ट्रैफिक का प्रबंधन बेहद खराब है। ऐसे में देश में नं. 1 का यह अवॉर्ड सवालों के घेरे में है। जिस कैटेगरी में इंदौर को यह अवाॅर्ड मिला है, उसमें 120 शहरों में से टॉप 20 में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरू, मैसूर, चेन्नई, अहमदाबाद, गुड़गांव, नोएडा, ईटानगर, त्रिवेंद्रम, कोच्चि के अलावा सभी महानगर भी शामिल हैं।
यह पुरस्कार वर्ष 2007 से शहरों में रोड सेफ्टी मिशन इंडिया, यातायात प्रबंधन के उल्लेखनीय कार्य के लिए राष्ट्रीय स्तर पर दिया जाता है। 2018 के अवार्ड के लिए 120 शहरों ने दावेदारी की थी। जिस कैटेगरी में इंदौर को यह अवाॅर्ड मिला है, उसमें दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरू, मैसूर, चेन्नई, अहमदाबाद, गुड़गांव, नोएडा, ईटानगर, त्रिवेंद्रम, कोच्चि के अलावा सभी महानगरों को चयनित किया गया।
डीआईजी हरिनारायणाचारी मिश्र ने बताया कि ट्रैफिक प्रबंधन, सड़क हादसों में कमी और सीमित संसाधनों में सुचारु ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर यह पुरस्कार मिला है।