भोपा: शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के निजी सचिव स्वामी सुबुद्धानंद को राज्य सरकार ने मठ-मंदिर सलाहकार समिति का अध्यक्ष बनाया है। मंगलवार को उन्होंने मंत्रालय में अपना पदभार गृहण कर लिया। इस मौके पर धर्मस्व कार्य मंत्री पीसी शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने उनका स्वागत किया।
प्रदेश सरकार ने मंदिर और मठों से जुड़े मामलों को सुलझाने के लिए मठ-मंदिर सलाहकार समिति बनाई है।सलाहकार समिति मंदिरों और मठों के सुचारू संचालन के लिए सरकार को सिफारिश करेगी। इधर, धर्मस्व विभाग ने शासकीय भूमि पर बने मठ और मंदिरों को जमीन पट्टे पर देने की तैयारी की है। इसके लिए जल्द ही कैबिनेट में प्रस्ताव भी लाया जाएगा। मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कहा कि मठ और मंदिरों के लिए जमीन पट्टे पर दी जाएगी।
प्रदेश में एक लाख मंदिरों के पास पट्टा नहीं : विभाग के सर्वे के मुताबिक, प्रदेश में लगभग एक लाख मंदिर ऐसे हैं, जिनके पास पट्टा नहीं है। नियमानुसार ये अतिक्रमण की श्रेणी में आते हैं और हाई कोर्ट ऐसे धर्मस्थलों को हटाने के निर्देश दे चुका है पर सरकार बीच का रास्ता निकालने की कोशिश में लगी है।