भोपाल : राज्य सरकार ने लगातार दूसरे दिन आईएएस अधिकारियों की पोस्टिंग की है। डाॅ. राजेश राजौरा को जनसंपर्क देने के साथ-साथ सागर संभाग आयुक्त मनोहरलाल दुबे को राज्यपाल का सचिव पदस्थ किया है। आचार संहिता हटने के दो दिन में ही हुए इन तबादलों को लेकर विपक्ष ने हमला बोला है। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने ट्वीट कर कहा कि सरकार कितनी कर्म प्रधान है कि वह आचार संहिता खत्म होने का इंतजार कर रही थी। यह हटते ही तबादला उद्योग फिर शुरू हो गया। नेता प्रतिपक्ष ने यह भी कहा कि 26 मई को आचार संहिता हटा और 27 मई को 21 आईएएस अधिकारियों के तबादला आदेश जारी हो गए।
अभी बनाए गए थे, लेकिन फिर हटे : चार माह पहले ही एम गोपाल रेड्डी को जनसंपर्क, पंकज अग्रवाल को एनवीडीए का जिम्मा सौंपा गया था। इन्हें हटाया गया। सागर कमिश्नर रहे शोभित जैन व ग्वालियर कमिश्नर रहे महेश चंद चौधरी को भी 3 माह पहले पदस्थ किया गया था, लेकिन उनकी बदली हो गई। छोटे सिंह फिर भिंड कलेक्टर बन गए।
सचिव-प्रमुख सचिव पोस्टिंग के इंतजार में : 1990 बैच के आईएएस अधिकारी अशोक शाह को राज्य सरकार ने अभी तक कोई विभाग नहीं सौंपा। उन्हें एक दिन पहले जारी सूची में सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण से हटाकर बिना विभाग के प्रमुख सचिव मप्र शासन रखा गया है। यही स्थिति 2001 बैच के आईएएस अधिकारी जनक कुमार जैन की भी है। उन्हें कुछ माह पहले शहडोल कमिश्नर पद से हटाकर सचिव राज्य सरकार बनाया गया, लेकिन विभाग में अभी तक पदस्थापना नहीं हुई।
यहां कलेक्टर की होनी है पोस्टिंग : पन्ना और मंदसौर में कलेक्टर का पद रिक्त हो गया है। सोमवार देर रात जारी सूची में राज्य सरकार ने मंदसौर कलेक्टर व 2009 बैच के अधिकारी धन राजू एस और पन्ना कलेक्टर व 2008 बैच के अधिकारी मनोज खत्री को हटा दिया था।